रेलवे का एक अफसर अपनी मन पसंद की कमाई वाली पोस्ट पाने वाले के लिए दस करोड़ की रिश्वत देता है और रेल मंत्री पवन बंसल कहते हैं की मेरे अपने भांजे के साथ कोई कारोबारी रिश्ते नहीं हैं . अरे भाई ! घूस खाने के लिए ही तो आपने अपने भांजे को धंदे पर लगाया हुआ है. इतना ही बहुत है कि वो कमबख्त आपका भांजा (देश का गद्दार) है और आप कहते हैं कि आपका उससे कुछ लेना देना ही नहीं है. अरे आप तो डबल गद्दार निकले जब तक वो आप तक माल पहुंचता रहा तो सब ठीक था और जब पकड़ा गया तो आपने अपना पल्ला ही झाड लिया .
ये है इन नेताओं की फितरत जबतक माल पहुंचाता रहा तो ठीक और जब वो खतरा बन गया तो उसे ही मरवा दिया .
फिर कोई दूसरा बेवकूफ भांजा या भतीजा ढून्ढ लेंगे.
ये है इन नेताओं की फितरत जबतक माल पहुंचाता रहा तो ठीक और जब वो खतरा बन गया तो उसे ही मरवा दिया .
फिर कोई दूसरा बेवकूफ भांजा या भतीजा ढून्ढ लेंगे.
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