कुछ नेताओं कि कारगुजारियों पर नज़र जरूर रखनी चाहिए क्योंकि
ऐसे ही नेता बी जे पी के बहुमत प्राप्त करने की राह में एक बात तो है, कि जो लोग सोचते हैं कि नरेंद्र मोदी ही अगले प्रधान मंत्री होंगे, उन्हे बी जे पी के रोड़ा बन सकते हैं ।
उदाहरण के लिए मध्य
प्रदेश के बी जे पी नेता कैलाश विजयवर्गीय, जो कि
वर्तमान में प्रदेश कैबिनेट
में मंत्री भी हैं । अभी
कुछ दिन पहले अंग्रेजी न्यूज़ चैनल "टाइम्स नाव" पर जिस बदतमीजी और
हठीलेपन से अपनी अज्ञानता और मूढ़ता का परिचय दे रहे थे और बीच बहस में ही अपना
माइक
उतार कर भाग गए, उससे आनेवाले चुनावों में बी जे पी का वे सिर्फ और
सिर्फ भारी नुकसान ही
करेंगे । और अगले ही दिन उसी न्यूज़ चैनल पर बी जे पी के ही
मध्य प्रदेश यूथ विंग के
नवोदित नेता (उनका नाम याद नहीं
है) अपनी नालायकी और अज्ञानता का बड़ी ही निर्लज्जता से
प्रदर्शन कर रहे थे। निश्चित रूप से
देश कि जनता ये सब देख रही है, क्या
बी जे पी के कर्णधार भी
इसे देख रहे हैं। नरेंद्र मोदी जी से अनुरोध है कि वो समय रहते
खेत को नुकसान पहुंचाने वाली इस
बाड़ को हटाएँ या फिर उन्हे दूर
रखें । एक बात तो सौ प्रतिशत निश्चित है
कि यदि बी जे पी को
बहुमत न मिला तो सहयोगी पार्टियां
मोदी जी को कभी भी देश हित कि निर्णय नहीं लेने देंगी,
क्योंकि देश हित के निर्णय हमेशा नेताओं
के हितों से टकराते हैं और टकराते रहेंगे, यह बात
मन
मोहन (सिंह) की हालत देख कर समझी जा सकती है ।